भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को अपने करियर के सबसे पसंदीदा लम्हे के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे जीवन का सबसे खास लम्हा या विशेष दिन हमेशा वही रहेगा, जिस दिन मेरा चयन भारतीय टीम के लिए हुआ था। उस दिन मैं अपनी मां के साथ घर पर था और समाचार देख रहा था, मुझे कहीं से कुछ पता नहीं चल रहा था, तभी मेरा नाम टीवी पर फ्लैश हुआ। मुझे समझ नहीं आया कि मैं क्या करूं।’’
विराट ने बताया, ‘‘मैं खुशी से पागल हो गया था, मुझे पता नहीं था कि बैठूं, खड़ा रहूं, दौड़ लगाऊं या उछल-कूद करूं... मुझे लगता है कि सिर्फ यही वो क्षण है, जिसे मैं किसी भी दिन आठ बार गुणा करके दोहराना चाहूंगा। राष्ट्रीय टीम के लिए कोई सीरीज या टूर्नामेंट खेलना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। ये ऐसा है जैसे आपको पूर्णता मिल गई हो। लेकिन इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करना पड़ती है। ये एक ऐसी भावना है, जिसे आप दोहरा नहीं सकते।’’
‘यही पल मुझे जमीन से जोड़े रखता है’
विराट ने कहा, 'मेरे करियर का शुरुआती दौर हमेशा मेरे सामने रहता है, क्योंकि ये मुझे स्पष्टता, नजरिया और प्रेरणा देता है। साथ ही ये मुझे जमीन से जोड़े भी रखता है और याद दिलाता रहता है कि मैं कहां से हूं।' 2008 में करियर की शुरुआत के बाद से वे अबतक 84 टेस्ट, 243 वनडे और 78 टी20 मैच खेल चुके हैं। इस दौरान टेस्ट में वे 7 हजार से ज्यादा और वनडे में 11 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं। तीनों फॉर्मेट में उनका औसत 50 से ज्यादा है। उनके नाम पर 70 अंतरराष्ट्रीय शतक (टेस्ट-27, वनडे-43) भी हैं।